मैं अपने छोटे से बच्चे के सामने सेक्स का टॉपिक कैसे छेड़ूँ? कब छेड़ूँ ? अगर मैं खुद ही इस बारे में बात करने में कम्फर्टेबले ना हूँ तो क्या करूँ? अगर आपके मन में भी ऐसे ही कुछ सवाल हैं, तो एनफोल्ड इंडिया (Enfold India ) की संस्थापक और सेक्स एडुकेटर (Sex Educator), डॉ संगीता सक्सेना के द्वारा रेकमेंडे किये गए शॉर्ट वीडियोस की यह श्रृंखला आपकी यह समझाने में मदद करेगी कि शुरुआत कहां से हो।
क्या मैं अपने बच्चे को ‘पेनिस‘ (penis/ शिश्न) और ‘वजाइना‘ (vagina/योनि) कहना सिखाऊँ?
शरीर के अंगों के बारे में सिखाते समय, गुप्त–अंगों के बारे में भी बताना जरूरी है। अगर आपका बच्चा बहुत छोटा है और आपको लगता है कि ‘पेनिस‘ और ‘वजाइना’ जैसे शब्द उसकी समझ से बाहर है, तो आप उनको ‘सुसु की जगह‘ जैसे शब्दों का उपयोग करके भी चीज़ें समझा सकते हैं। पर ऐसे भी मत झिझकिये कि किसी भी हालत में उनका नाम ना लें।
मैं अपने बच्चों को सुरक्षित कैसे रखूँ?
उन्हें तीन बहुत बेसिक नियम सिखाएं जो उनकी सुरक्षा में सहायता करेंगे: अपने प्राइवेट पार्ट्स को सार्वजनिक/ public जगहों पे कवर कर के रखें, सार्वजनिक जगहों पे अपने प्राइवेट पार्ट्स को हाथ ना लगाएं, और खुद से बड़े किसी भरोसेमंद व्यक्ति के सामने ही अपने प्राइवेट पार्ट्स के बारे में बात करें। अगर आपका बच्चा लोगों से भरे किसी कमरे में बिन कपड़ों के दौड़–भाग करने लगे तो उस सिचुएशन में आपको क्या करना चाहिए? जानने के लिए यह विडियो देखें!
टीवी पर अचानक कोई कामुक (steamy) सीन आ जाए तो मैं क्या करूँ?
चुप न रहें और चैनल चेंज ना करें! आप अपने बच्चे से उस सीन के बारे में सीधे–सीधे बात कर सकते हैं । आप उन्हें यह बता सकते हैं कि दो एडल्ट्स जब एक दूसरे से प्यार करते हैं तो वह ऐसा करते हैं, लेकिन वे इसे प्राइवेट में (अकेले में) करते हैं, और दूसरे लोगों के प्राइवेट मामलों पे बात करना आपको सही नहीं लगता है। इस तरह आपके और आपके बच्चों के बीच इन बातों को लेकर एक खुलापन तो रहेगा। और साथ ही उन्हें ये भी समझ आ जाता है कि भले ही आप अनकम्फर्टेबल हैं, लेकिन फिर भी आप उनसे ये बातें कर सकते हैं।